○ एलिजाबेथ द्वितीय की ताज पोसी
ब्रिटेन के किंग जार्ज पंचम का 1936 में निधन होने के बाद उनके बड़े बेटे डेविड ने एडवर्ड अष्टम (राजशाही नाम) के नाम से गद्दी संभाली लेकिन एक तलाक शुदा अमेरिकी महिला से शादी करने पर, पब्लिक के भरी विरोध के कारण उन्हें गद्दी छोड़नी पड़ी। फिर एडवर्ड के छोटे भाई और एलिजाबेथ के पिता किंग जार्ज हिचकते हुए गद्दी पर बैठे 6 फरवरी 1952 किंग जार्ज के निधन के बाद 25 साल की उम्र में एलिजाबेथ द्वितीय ने गद्दी संभाली। 2 जून 1953 को लंदन में ताजपोसी हुई।
○जीवनसाथी से मिलन
जिस समय हिटलर का अपनी ताकत को बढ़ाने के कारण लोगो का राजशाही से भरोसा कमजोर हो रहा था। जिससे अलबर्ट परिवार समेत देश का दौरा कर लोगो का भरोसा मजबूत कर रहे थे। 13 साल की एलिजाबेथ भी परिवार के साथ दौरे में सामिल थी। जब उनका परिवार ग्रीस पहुंचा तो एलिजाबेथ के मुलाकात फिलिप से हुई जो ग्रीस के राजकुमार थे। द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद एलिजाबेथ ने फिलिप से शादी करने की इच्छा जताई। लेकिन कुछ अड़चनो
के बाद 20 नवंबर 1947 को एलिजाबेथ द्वितीय की शादी फिलिप से हुई। 1948 में एलिजाबेथ ने बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स को जन्म दिया।
○प्रथम लाइव प्रसारण
एलिजाबेथ अपने पति फिलिप के साथ अफ्रीका दौरे के समय आपने पिता किंग अलबर्ट के निधन की खबर सुन ब्रिटेन वापस लौट आई थी उसी समय उनको ब्रिटेन की महारानी घोषित कर दिया गया। महारानी का पद संभालने के सोलह महीने बाद 1953 को एलिजाबेथ का राज्य अभिषेक हुआ जिसका लाइव प्रसारण पूरी दुनिया में हुआ।
○राजशाही परिवार के अधिकार
ब्रिटेन की महारानी की भूमिका ब्रिटेन की राजनीति में अब सांकेतिक है। सम्मान तो पूरी है लेकिन अधिकार सीमित है
ब्रिटेन में सरकार प्रधानमंत्री चलते हैं और महारानी को रिपोर्ट करते हैं। लेकिन महारानी हस्तछेप नही कर सकती।
○टैक्स देने की घोषणा
1992 में शाही कासल में आग लगने से देश दो भागो में बांट गया एक पछ कहता है महल की मरम्मत सरकारी खजाने से कराई जाए तो दूसरा पछ कहता था कि शाही परिवार मरम्मत का खर्च खुद उठाए। जिससे मरम्मत का खर्च पूरे करने के लिए बर्मिंघम पैलेस को आम जनता के लिए खोल दिया गया। तब एलिजाबेथ द्वितीय ने ऐलान किया कि मैं और मेरे बेटे प्रिंस चार्ल्स के कमाई पर टैक्स देने का।
○भारत दौरा
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 1961,1983 और 1997 तीन बार भारत की शाही मेहमान बनी। पति प्रिंस फिलिप के साथ 1961 में भारत के गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुई। और काशी और आगरा भी गई थीं।
1983 कॉमनवेल्थ देशों के बैठक में हिस्सा लेने आई थी।
1997 भारत के आजादी के 50 साल पूरे होने पर आखरी बार भारत आई थी इस बार महारानी को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जलियांवाला बाग़ शहीदों को श्रद्धांजलि देने नंगे पांव गई थी। फिर माथा टेकने अमृतसर पहुंची।
1.ब्रिटेन के इतिहास में सबसे लंबे समय तक महारानी पद पर रहने वाली पहली रानी है एलिजाबेथ द्वितीय।
2.एलिजाबेथ द्वितीय कभी किसी को इंटरव्यु नही दिया।
3.भारतके राष्ट्रपति और ब्रिटेन की महारानी दोनो के समान अधिकार है आपने देश पर।
4.ब्रिटेन के अलावा 14 देशों के क्वीन थी।महारानी एलिजाबेथ जो कभी ब्रिटेन के गुलाम थे।
5.2020 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय कोरोना पॉजिटिव हुई थी।
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